इब्राहिमपुर गांव में बिगड़े हालात, पुलिस पर पथराव, छह बाइक फूंकीं, कई पुलिसकर्मी घायल
अलीगढ़: अलीगढ़ के इब्राहिमपुर (भीमपुर) गांव में मंगलवार देर शाम हालात अचानक बेकाबू हो गए। डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा हटाने को लेकर ग्रामीणों और प्रशासन के बीच विवाद बढ़ते-बढ़ते हिंसा में तब्दील हो गया। प्रतिमा हटाने का विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके बाद प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़ा रुख अपनाया और गांव में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
यह विवाद 26-27 जनवरी की रात शुरू हुआ, जब जाटव समाज के कुछ ग्रामीणों ने ग्राम समाज की भूमि पर अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित कर दी। इसी दौरान बघेल समाज के कुछ लोगों ने इसी भूमि पर मंदिर निर्माण शुरू कर दिया। प्रशासन ने इसे अवैध अतिक्रमण मानते हुए दोनों निर्माणों को हटाने का आदेश दिया।
बीते दो दिन से दोनों पक्षों के बीच वार्ता चल रही थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। अंततः प्रशासन ने 28 जनवरी की शाम को अंबेडकर प्रतिमा को हटाने का निर्णय लिया।
पत्थरबाजी और हिंसा का दौर
जैसे ही पुलिस ने प्रतिमा हटाने का प्रयास किया, विरोध कर रहे ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया।
15 मिनट तक भारी पथराव हुआ और पुलिसकर्मियों पर ईंट-पत्थर फेंके गए।
छह मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर दिया गया और पुलिस वाहनों को तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया गया।
कम संख्या में मौजूद पुलिसकर्मी खुद को असहाय पाकर घटनास्थल से पीछे हटने पर मजबूर हो गए।
हिंसा को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया।
गांव में पसरा सन्नाटा, पुलिस की सख्ती
हिंसा के बाद गांव में सन्नाटा छा गया। पुलिस अधिकारी गांव में गश्त करते रहे, लेकिन डर के चलते किसी भी ग्रामीण ने अपने घर का दरवाजा नहीं खोला। पुलिस बल तैनात कर दिया गया और स्थिति पर ड्रोन कैमरों से निगरानी रखी जा रही है।
पुलिस की कार्रवाई: 27 नामजद, 150 अज्ञात पर FIR
इस मामले में थाना रोरावर पुलिस ने 27 नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है।
गांव के प्रधान, पूर्व प्रधान और अन्य संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है।
पथराव और आगजनी करने वालों की पहचान की जा रही है।
प्रशासन का बयान
अलीगढ़ के डीएम संजीव रंजन ने स्पष्ट किया,
"ग्राम समाज की भूमि पर किसी भी प्रकार की प्रतिमा या धार्मिक संरचना स्थापित करना नियम विरुद्ध है। इसी कारण प्रशासन ने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन असामाजिक तत्वों ने हिंसा भड़का दी। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
अलीगढ़ के एसएसपी संजीव सुमन ने कहा,
"जो लोग इस घटना की आड़ में समाज में नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होगी। यह घटना राजनीति से प्रेरित लगती है।"
सामाजिक सद्भाव की जरूरत
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि जातिवादी राजनीति और सामाजिक विभाजन देश को कमजोर कर रहा है।डॉ. अंबेडकर किसी एक जाति विशेष के नहीं, बल्कि पूरे भारत के नायक हैं। 👉 अब समय आ गया है कि जात-पात से ऊपर उठकर सनातनी एकता को मजबूत किया जाए। 👉 राम सबके हैं, अंबेडकर सबके हैं और देश सबका है।
🚩 हिंदू एकता ही हमारा भविष्य है! जय सनातन! जय भारत! 🚩
Social and Political Commentar, Nationalist, Mission to Make Positive Impact
Email suniltams@gmail.com

Guruji Sunil Chaudhary
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